चंद बातें कह-कर उनसे,
चंद बातें सुन-कर उनकी,
अकसर लोग ये अंदाज़ा बयाँ करते है:-
के शख्सियत जब इतनी सादी है,
तो दिल भी कितना हल्का होगा।
बतलाता हूं मैं उन्हीं चंद लोगों को,
क्या कभी छूकर देखा है
उसी जस्ता-ए-दिल को ?
मालूम कुछ यूं होगा कि किसी
जस्ते की कम्पनी का बनाया हुआ
कोइ जस्ते का सामान है।
जस्ते का सा हलकापन है,
जस्ते की सी साफ़ रन्गियत।
और जस्ते सी हि कुछ
पथराइ सख्ती लिये हुए,
अजीब जस्तापन है!
लेकिन हो चाहे कितनी ही
खूबियाँ इसमे जस्ते सी,
है तो नहीं ये,
रीयूज़ेबल जस्ते सा!
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